हरियाणा न्यूज़ | हरियाणा के आठ जिलों कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, जींद, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा के किसानों के लिए अच्छी खबर है। इन जिलों का गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से अधिक कीमत पर खरीदकर विदेश भेजा जाएगा। हैफेड नाम की एजेंसी को खरीद का जिम्मा सौंपा गया है.
बता दें कि इन जिलों से गेहूं के नमूने प्रयोगशाला भेजे गए थे। हालांकि कुरुक्षेत्र, करनाल और पानीपत जिलों के गेहूं के कुछ नमूने गुणवत्ता के मामले में हैफेड द्वारा निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतरे, लेकिन बाद में इन जिलों के गेहूं को भी निर्यात के लिए चुना गया। एजेंसी आठ जिलों से दो लाख टन गेहूं की खरीद करेगी। एजेंसी ने 2040 रुपये प्रति क्विंटल कीमत तय की है। जबकि 2015 का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रति क्विंटल
72 घंटे में कीमत 20 रुपये बढ़ी
बता दें कि हैफेड ने अब तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के लिए खरीद की थी, लेकिन अब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की मांग बढ़ गई है, इसलिए हैफेड ने वाणिज्यिक खरीदारी करने का फैसला किया है। मांग बढ़ने से दाम बढ़े तो हैफेड ने भी गेहूं के दाम में महज 72 घंटे में 20 रुपए की बढ़ोतरी की है। दो दिन पहले हैफेड ने जहां 2020 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदने के आदेश जारी किए थे, वहीं शनिवार को अचानक 2040 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदने के आदेश जारी किए गए.
ये मानक तय किए गए हैं-
- गुणवत्ता प्रतिशत
- आर्द्रता 12
- फ़ोरिजन सामग्री 0.70
- प्रोटीन 12
- टूटा/ सिकुड़ा हुआ 4
- क्षतिग्रस्त/डिसकलर 2
- कीट क्षतिग्रस्त 1
- परीक्षण वजन 78.00 किग्रा/एचएल
एजेंट के खाते में जमा होगा पैसा
हैफेड के जिला प्रबंधक मांगे राम ने बताया कि हैफेड गेहूं की व्यावसायिक खरीद करेगा। हैफेड द्वारा कुछ मानक निर्धारित किए गए हैं, जिसके आधार पर 2040 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जाएगा। राशि सीधे आढ़ती के खाते में जमा की जाएगी।