नई दिल्ली | शिक्षक बनने के उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. केंद्र सरकार ने शिक्षक पात्रता की योग्यता के प्रमाण पत्र की अवधि 7 साल के बजाय ता उम्र कर दी है. शिक्षा मंत्रालय ने आज यह आदेश जारी कर दिया है. अब एक बार टीईटी (TET) पास करने के बाद यह जीवन भर तक मान्य रहेगा. शिक्षक की नौकरी का सपना देखने वाले युवा शिक्षा मंत्रालय के इस आदेश से बहुत खुश होंगे.
शिक्षा मंत्रालय ने आगे कहा है वह उम्मीदवार या छात्र जिनके प्रमाण पत्र की अवधि 7 वर्ष पूरी हो गई है. उनके लिए राज्य सरकार या केंद्र शासित प्रशासन टीईटी प्रमाण पत्र की वैधता की अवधि दोबारा या नया टीईटी प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कदम उठाएगी. यह व्यवस्था वर्ष 2011 तक के टीईटी के लिए प्रभावी होगी.
Super TET 2021 News In Hindi :
आपको पता होगा कि किसी भी स्कूल में शिक्षक के पद पर नियुक्त ने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रमाण पत्र जरूरी होता है. अब युवाओं को शिक्षक बनने के लिए 7 साल बाद दोबारा से टीईटी (TET) नहीं देना होगा. आपको बता दें कि यह व्यवस्था पूरे देश में लागू होगी. आपको पता होगा अभी तक टीईटी (TET) का प्रमाण पत्र केवल 7 साल तक ही मान्य रहता था.
अगर कोई व्यक्ति टीईटी करने के बाद भी 7 साल तक शिक्षक नियुक्त नहीं होता है तो उसे टीईटी परीक्षा दोबारा पास करनी पड़ता था. नए आवेदन करने में भी यह परेशानी सामने आते थी. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा,एक बार टीईटी करने के बाद इसका प्रमाण पत्र जीवन भर के लिए मान्य रहेगा. आपको पता होगा टीईटी परीक्षा में लाखों में द्वार बैठते हैं. यह फैसला शिक्षा मंत्रालय ने इन को ध्यान में रखते हुए लिया है. यूपी – टीईटी,UP-TET (उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा) केवल 5 साल तक ही मान्य रहती थीं. इसके साथ ही सीटीईटी (CTET) 7 साल तक मान्य रहता था.
सीबीएसई (CBSE) 1 साल में दो बार सीटीईटी की परीक्षा आयोजित करता है. इसमें पहली परीक्षा जुलाई तथा दूसरी परीक्षा दिसंबर में आयोजित की जाती थी.
जानिए : TET (टीईटी) की परीक्षा पेपर-2 व पेपर-2
TET (टीईटी) पेपर-1 (लेवल-1) परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवार को कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के शिक्षक के लिए नियुक्त किया जाता है. टीईटी पेपर-2 (लेवल-2) की परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक शिक्षक की नियुक्ति के लिए योग्य माना जाता था.