चंडीगढ़| हरियाणा में सबसे गरीब परिवारों के आर्थिक उत्थान के उद्देश्य से हरियाणा सरकार ने अति महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री “अंत्योदय परिवार उत्थान योजना” शुरू की है. इसके तहत चिन्हित अति गरीब परिवारों को उनकी पसंद के अनुसार रोजगार दिलाया जाएगा. इस काम के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रशासनिक सचिवों को 6 विभागों की एक संयुक्त टीम गठित करने के निर्देश दिए हैं.
अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत 30 हजार परिवारों की पहचान:
आपको बता दें कि पहले चरण में 1 लाख अति गरीब परिवारों की आय बढ़ाकर कम से कम एक लाख रुपए वार्षिक करने का लक्ष्य है. जिसमें से 30 हजार अति गरीब परिवारों की पहचान भी की जा चुकी है. इन परिवारों की वार्षिक आय 50 हजार रुपए से कम है. बाकी 70 हजार अति गरीब परिवारों की पहचान का काम जारी है.
प्रदेश सरकार की कम से कम 30 योजनाओं की दी जाएगी जानकारी:
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंत्योदय परिवार उत्थान योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा है कि प्रशासनिक सचिवों की संयुक्त टीम में विकास एवं पंचायत विभाग, शहरी स्थानीय निकाय विभाग, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग और ग्रामीण विकास विभाग से 1-1 सदस्य शामिल किया जाएगा. इस टीम में शामिल प्रत्येक विभाग को अपने विभाग की प्रमुख योजनाओं की विस्तृत सूची बनाने चाहिए ताकि चिन्हित परिवारों के सदस्यों को इनकी बारीकी से जानकारी दी जा सके.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि छह विभागों की टीम के सदस्य चिन्हित एवं सत्यापित परिवारों के सदस्यों के साथ व्यक्तिगत रूप से संवाद करें. इसके लिए ब्लॉक स्तर पर विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे. ऐसे सभी परिवारों के लिए एक प्रश्नावली तैयार की जाए, जिसमें राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही 30 प्रमुख योजनाओं की जानकारी दर्ज हो.
उन्होंने कहा है कि ऐसे परिवारों से प्रश्नावली में पूछा जाए कि उनकी किस कार्य में अधिक रुचि है. उनके जवाब के आधार पर टीम के सदस्य आय बढ़ाने की योजना को अंतिम रूप दे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जो परिवार पहले से कोई काम कर रहे हैं, लेकिन उसमें उनकी आय कम है, तो ऐसे में उसी कार्य में उनकी आय बढ़ाने के तरीकों को को लागू करने में प्राथमिकता दी जाए.