चंडीगढ़| हरियाणा में 86 दिन बाद बच्चों के लिए सरकारी और निजी स्कूल खुलने जा रहे हैं. राज्य सरकार ने छठी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को इसी महीने से स्कूल बुलाने का निर्णय लिया है. नौवीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चे 16 जुलाई छठी से आठवीं के विद्यार्थी 23 जुलाई से स्कूल जाएंगे.
पहली से पांचवी कक्षा के बच्चों को स्कूल बुलाने का निर्णय बाद में लिया जाएगा.कोरोना के मामलों में बड़ी गिरावट के मद्देनजर शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने का पत्र जारी कर दिया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को ही स्कूल, कॉलेज खोलने की कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया था.
स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रख सकते हैं. विद्यार्थियों को दोनों विकल्प दिए गए हैं. अगर स्कूल आना चाहते हैं तो आए, नहीं तो ऑनलाइन पढ़ाई करें. विद्यार्थियों को स्कूल मू आने के लिए अभिभावकों की अनुमति लेना जरूरी है. बच्चों को हाजिरी को लेकर कोई दबाव नहीं रहेगा.
निदेशक सेकेंडरी शिक्षा ने सभी जिला शिक्षा, जिला मौलिक शिक्षा, जिला परियोजना समन्वयक, डाइट, बाइट, गेटी के प्रधानाचार्य, खंड शिक्षा व खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी को भेजे पत्र में कहा है कि ताजा आदेशानुसार 16 जुलाई से सभी सरकारी व निजी स्कूलों में विद्यार्थियों का पठन-पाठन सुनिश्चित करें. कोविड मानकों का पूरी तरह से पालन कराया जाए. निजी स्कूल संचालक भी लंबे समय से स्कूलों को बच्चों के लिए खोलने की मांग कर रहे थे.
22 अप्रैल को हुआ था ग्रीष्मकालीन अवकाश:
प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के तेज होने पर सरकार ने गत 22 अप्रैल से 31 मई तक स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश कर दिया था. इससे पहले नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं चल रही थी. कोरोना केस कम न होने पर 31 मई के बाद बच्चों के लिए छुट्टियां आगे बढ़ाई जाती रही. 16 जून से विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरु करवा दी थी.
वीडियो कान्फ्रेंसिंग से दी जाएगी विस्तृत जानकारी:
बच्चों के लिए स्कूल खोलने के बारे में विस्तृत जानकारी 12 जुलाई को दी जाएगी. निदेशक सेकंडरी व निदेशक मौलिक शिक्षा सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक करेंगे. इसमें स्कूल खोलने से संबंधित सभी शंकाओं का समाधान किया जाएगा.
विद्यार्थियों के पास ये भी विकल्प:
- ऑनलाइन शिक्षा को जारी रखते हुए बच्चों के लिए स्कूल खोलने जा रहे हैं. एजुसेट व ऑनलाइन माध्यम से भी पढ़ाई रहेगी जारी.
- ऑनलाइन पढ़ाई के इच्छुक विद्यार्थियों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा.
- अभिभावकों की लिखित अनुमति होने पर ही विद्यार्थी स्कूल में प्रवेश कर सकते हैं.
- विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर कोई बाध्यता नहीं, हाजिरी को लेकर कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा.
- कक्षाओं के संचालन का परीक्षण वीडियो अभिभावकों, शिक्षकों व बच्चों को पहले ही भेजा जा चुका है.