RUSSIA UKRAINE WAR : यूक्रेन में ऑक्सीजन संकट: यूक्रेन पर रूस के हमले के 100 घंटे पूरे हो चुके हैं. आज युद्ध का पांचवां दिन है। इस बीच यूक्रेन एक नए संकट में घिर गया है। संकट भी इतना बड़ा नहीं है कि WHO को खुद चेतावनी जारी करनी पड़ी है। चेतावनी के मुताबिक 24 घंटे में हाहाकार मच सकता है।
यूक्रेन में युद्ध के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में भारी कमी आई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि अगर कीव समेत अन्य शहरों के अस्पतालों में तुरंत ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की गई तो स्थिति बहुत खतरनाक हो सकती है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यूक्रेन में 600 अस्पताल हैं। वहां अभी भी कोरोना के 1700 मरीज भर्ती हैं।
यूक्रेन में सांस का संकट
डब्ल्यूएचओ ने अपने बयान में यह भी कहा कि यूक्रेन में कोरोना मरीजों के अलावा नवजात शिशुओं, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को भी समय-समय पर ऑक्सीजन की जरूरत हो सकती है. युद्ध के बीच लोगों के मिजाज पर पड़ने वाले असर से भी स्थिति चिंताजनक हो गई है।
विषम परिस्थितियों के कारण वहां के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन लगभग खत्म हो चुकी है। ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट से अस्पताल तक ऑक्सीजन पहुंचाने में ट्रकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली संकट भी गहराया ( RUSSIA UKRAINE WAR )
यूक्रेन पर रूस के हमले को 100 घंटे बीत चुके हैं। आज हमले का पांचवां दिन है। देश भर में आए इस संकट के बीच यूक्रेन में बिजली की किल्लत हो गई है. इससे भी अस्पतालों यानि स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर संकट मंडरा रहा है. इसी तरह एंबुलेंस के जरिए मरीजों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के दौरान उन पर गोली चलने का खतरा भी बढ़ गया है.