मेधावी छात्र योजना में बड़ा बदलाव! 10वीं के बाद सभी वर्ग के छात्रों को मिलेगी स्कॉलरशिप, जानिए कैसे

मेधावी छात्र योजना 2022 | हरियाणा की सरकार छात्रों के हित के लिए कोई ना कोई फैसला लेती ही रहती है। अभी हाल में ही सरकार ने मेधावी छात्रों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। दरहसल, ये फैसला डॉ. भीमराव अंबेडकर मेधावी छात्र योजना के तहत लिया गया है। जैसा कि आप सभी जानते ही है पहले इस योजना का लाभ केवल अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के छात्रों को ही मिलता था। पर अब सभी वर्ग के छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है।

जानें डॉ. भीमराव अंबेडकर मेधावी छात्र योजना के बारे में 

यह छात्रवृत्ति योजना 10वीं के बाद दी जाएगी। संशोधित योजना वर्ष 2022-23 के लिए 4 लाख रुपये तक के पारिवारिक वार्षिक आय वाले पात्र छात्र-छात्राएं 31 जनवरी, 2023 तक अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। इन छात्रों को आठ हजार रुपये से लेकर 12 हजार रुपये तक की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।

ऐसे कर पाएंगे आवेदन

योग्य छात्र saralharyana.gov.in पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा अधिक जानकारी के लिए विभागीय वेबसाइट haryanascbc.gov.in पर भी आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा किसी भी तरह की समस्या होने पर आप इन नंबरों 0172-2566219 और 2567009 पर संपर्क कर अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं।

ये छात्र होंगे पात्र

कक्षा 10वीं के बाद अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग-ए के छात्रों को 60 प्रतिशत और 70 प्रतिशत (शहरी) अंक, पिछड़ा वर्ग-बी और अन्य सभी वर्ग के छात्रों को 75 प्रतिशत और 80 प्रतिशत (शहरी) अंक सरकार देगी। 11 वीं कक्षा में अंक प्राप्त करने और सभी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष में प्रवेश करने पर 8,000 रुपये। 12वीं कक्षा में केवल अनुसूचित जाति के छात्रों को 70 प्रतिशत और 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे।

मेधावी छात्र योजना में इतने मिलेंगे रुपए

12वीं के पात्र छात्रों को स्नातक के पहले वर्ष में कला, वाणिज्य, विज्ञान और सभी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए 8,000 रुपये, इंजीनियरिंग, तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए 9,000 रुपये, मेडिकल संबद्ध पाठ्यक्रमों के लिए 10,000 रुपये और स्नातक कक्षाओं में केवल अनुसूचित जाति के लिए। कला, वाणिज्य, विज्ञान और सभी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए 9,000 रुपये और इंजीनियरिंग, तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों और चिकित्सा संबद्ध पाठ्यक्रमों के लिए 11,000 रुपये स्नातक के पहले वर्ष में 60 प्रतिशत और 65 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए। 12 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।