मंडी अपडेट: सरसों का भाव और मंदी रिपोर्ट जानिए

हाल ही में सरसों में 100 रुपए की मंदी देखने को मिली। दरअसल सरकार ने अब खाद्य पदार्थों के भाव को कंट्रोल करने की कोशिश शुरू की है। गुरुवार को सरसों की स्टॉक लिमिट पर काफी सख्ती बरती गई।इस वजह से सरसों की खरीद में कमी देखने को मिली। अलग अलग राज्यों में स्टॉकिस्टों पर छापेमारी करके सरसों की स्टॉक लिमिट को कड़ाई से लागू करने का अभियान चलाया है।

मंदी की वजह क्या है?

जाहिर सी बात है छापेमारी के चलते मांग का कमजोर होना स्वभाविक है। और अगर मांग कमजोर हो जाए तो सभी कंपनियों को भाव कम करके ही खरीद दारी करनी पड़ेगी। गुरुवार को सभी ब्रांडेड कंपनियों ने 50 से 100 रुपए प्रति क्विंटल तक भाव कम करके खरीदी की। इस सबका सीधा असर मंडियों पर पड़ा और भाव 50 से 100 रुपए प्रति क्विंटल मंदे हो गए।

राज्यों में भाव

राजस्थान के जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव 7150 तक चले गए थे लेकिन अब कम होकर 7000 रह गए हैं। ऐसा ही माहौल प्रमुख उत्पादक मंडियों में देखने को मिला। देश की राजधानी दिल्ली में सरसों के भाव 6900 से घट कर 6800 पर आ गए हैं।

आगे की संभावित स्थिति

पिछले कुछ दिनों से सरसों के भाव में गिरावट आई है। मीलों के पास तेल की उपलब्धता ज्यादा है,इसलिए दाम गिर रहे हैं। लेकिन किसान घटे हुए दामों पर फसल देने को तैयार नहीं हैं।सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों में सरसों के भाव और गिरेंगे। फिर दामों में स्थिरता आ जाएगी। किसान भाइयों से हमारा यही निवेदन है कि फसल बेचने से पहले अपने आस पास की मंडी से उसका भाव अवश्य जान लें।