ब्लैक फंगस के 48 नए केस, इंजेक्शन खत्म सरकार चिंता में, जानें पूरा मामला

हरियाणा प्रदेश में एक तरफ कोरोना महामारी धीरे-धीरे घट रही है तो दूसरी तरफ ब्लैक फंगस नाम की बीमारी बहुत तेजी से बढ़ रही है। जिसके कारण हरियाणा सरकार की चिंता बढ़ गई है। आपको बता दें कि गुरुवार को प्रदेश में ब्लैक फंगस के 48 नए मरीज मिले हैं। सिरसा जिले में सबसे ज्यादा 21 मरीज सामने आए हैं। प्रदेश में बुधवार को 51 मरीज मिले थे। अब हरियाणा में ब्लैक फंगस के कुल मरीजों की संख्या 276 पर पहुंच गई है। इतना ही नहीं अब तक 8 लोगों की मौत भी जा चुकी है। इस बीमारी के इलाज के लिए सबसे जरूरी इम्फोट्रेसिन बी इंजेक्शन कहीं मिल भी नहीं रहा है।

हरियाणा सरकार ने पीजीआई रोहतक में विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाई है। इसके साथ ही विदेशों से इंजेक्शन मंगाने की तैयारी भी की जा रही है। 600 से अधिक डेंटिस्ट को फंगस के संक्रमण को रोकने के लिए ट्रेनिंग दे दी गई है। क्योंकि संघर्ष जब जबड़े तक पहुंचे तो उसका इलाज किया जा सके।

 

इंजेक्शन की खरीद:

हरियाणा में ब्लैक फंगस को रोकने के लिए इसके सबसे जरूरी ट्रीटमेंट में इंजेक्शन की खरीद पूरे देश से की जा रही है। परंतु यह इंजेक्शन हमें पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए हमने विदेशों से यह इंजेक्शन मंगाने की तैयारी शुरू कर दी है। यह इंजेक्शन केंद्र सरकार इंपोर्ट करवा रही है, उसमें से भी हमें कुछ हिस्सा मिलेगा। इसके साथ ही रोहतक पीजीआई में डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है। हमारा यही प्रयास रहेगा कि इस संक्रमण को जल्द से जल्द रोका जाए। – अनिल विज गृहमंत्री मंत्री 

 

सलाह: दवा से लेकर डॉक्टरों तक

  • हरियाणा प्रदेश में ब्लैक फंगस के सभी मामले की जानकारी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाए।

 

  • ब्लैक फंगस के मामलों में अस्पताल स्वास्थ्य मंत्रालय तथा आईसीएमआर के नियमों का पालन करें।

 

  • ब्लैक फंगस के इलाज के लिए सबसे जरूरी इम्फोट्रेसिन बी इंजेक्शन का प्रयोग किया जा सकता है या नही। इसके लिए आंखों के विशेषज्ञों, कान-नाक-गला के विशेषज्ञों तथा सामान्य सर्जन से सलाह ली जा रही है।

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