गुजरात के सूरत में 26 वर्षीय युवक की मौत का एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। इस मामले में युवक को किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं थे लेकिन फिर भी उसकी मौत हो गई।
आपको बता दें कि सूरत से कोसंबा निवासी एक 23 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित था जिसके चलते 28 अप्रैल को उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवक 4 मई तक कोरोना संक्रमण से ठीक हो गया, उसे उसी दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। 8 मई को उस युवक की तबियत बिगड़ गई तथा उसे बेहोशी की हालत में सूरत स्थित सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया।
Doctor maulik Patel का बयान:
डॉक्टर मौलिक पटेल ने बताया है कि प्रारंभिक जांच में उनके मस्तिष्क में सूजन की बात सामने आई थी। इसके बाद तुरंत उनका ऑपरेशन किया गया तथा बायोप्सी के लिए सैंपल लेबोरेटरी में भेज दिया गया। लेकिन युवक में म्यूकरमाइकोसिस के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए।
ऑपरेशन के बाद युवक की हालत 2 दिन तक ठीक रही। फिर अगले दिन अचानक से उसकी तबीयत बिगड़ी तथा मौके पर ही मौत हो गई। युवक की मौत के बाद उसकी बायोप्सी रिपोर्ट आ गई, जिसको देखकर सभी डॉक्टर हैरान हो गए। इस रिपोर्ट से पता चला कि युवक मरीज ब्लैक फंगस के संक्रमण से पीड़िता था।
अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया है कि अभी तक पूरी दुनिया में ऐसा कोई मामला नहीं आया है जहां कोई लक्षण न होने के बाद भी रिपोर्ट में ब्लैक फंगस का संक्रमण देखने को मिला है।
डॉक्टर टीम ने तैयार की रिपोर्ट:
डॉक्टरों ने इस मामले में रिपोर्ट तैयार की है तथा इस रिपोर्ट को आगे भेजा जाएगा। इस रिपोर्ट में बताया है कि मरीज के अंदर तीसरी स्टेज से पहले किसी भी प्रकार के लक्षण देखने को नहीं मिले। तीसरे स्टेज में यह संक्रमण सीधे मस्तिष्क में देखने को मिला।