कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस सेंटर का उद्घाटन, अब मरीजों को इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा दिल्ली एवं चंडीगढ़

करनाल| हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने कहा गया है की करनाल का कल्पना राजकीय मेडिकल कॉलेज हरियाणा प्रदेश का पीजीआई रोहतक के बाद दूसरा सबसे बड़ा संस्थान है. मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी करनाल के केसीजीएमसी में कोविड-19 के दौरान सेवाएं देने वाले सभी कर्मचारियों को सम्मानित करने के बाद संबोधित करते दिखे. इससे पहले उन्होंने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में 1 करोड़ रुपए की लागत में बने डायलिसिस सेंटर का भी उद्घाटन किया था. आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस डायलिसिस सेंटर में आठ मशीनें लगाई गई हैं. इस सेंटर के बनने के बाद से मरीजों को निशुल्क सुविधाएं मिलेंगी और उन्हें इलाज के लिए चंडीगढ़ एवं दिल्ली जैसे बड़े शहरों में जाने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी.

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मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने यह भी कहा है कि इस डायलिसिस सेंटर के स्थापित होने से मरीजों को अत्यधिक लाभ होगा और गंभीर मरीजों की जिंदगी बचाई जा सकेगी. मनोहर लाल जी ने कहा कि केसीजीएमसी में कोविड-19 के दौरान हमारे डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा दिए गए योगदान को बहुत सराहा और इनकी अहम भूमिका बताते हुए इस सेवा को परम धर्म मानने वाले डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा मरीजों को अपने परिवार की तरह देखने के लिए उनकी खूब प्रशंसा की. उन्होंने यह कहा कि कुटेल गांव में बनने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से केसीजीएमसी की सेवाओं में उससे काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा है कि हरियाणा प्रदेश में कोविड-19 की तीसरी लहर ना आए इसके लिए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर अधिक से अधिक वैक्सीनेशन करके प्रदेश को सुरक्षित करने का प्रयास कर रही है. प्रदेश में सीएचसी स्तर पर भी ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. प्रदेश के किसी भी व्यक्ति को इलाज के मामले में परेशानी नहीं आने दी जाएगी. उन्हें अच्छे से अच्छा इलाज अवश्य मिलेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि दूसरी लहर काफी ज्यादा खतरनाक थी और सतत प्रयास से ऑक्सीजन की कमी दूर की गई. केसीजीएमसी के निर्देशक श्री डॉक्टर जगदीश गुर्जर ने बताया है कि कोरोना प्रकोप के दौरान स्टाफ ने बढ़-चढ़कर बहुत अधिक कार्य किया. उन्होंने कहा कि उस दौरान बढ़ते कोरोना को देखते हुए 152 लोगों ने अपना प्लाज्मा दिया था व मेडिकल कॉलेज में दो आईसीयू थे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा अपने कोष से महिलाओं की सेवाओं के लिए एकमौ मशीन दी गई. जोकि आईसीयू के बाद मरीजों के जीवन को बचाने में काफी ज्यादा काम में आती है.

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