चंडीगढ़|हरियाणा सरकार बाजरे की खेती की बदले दलहन व तिलहन की खेती करने वाले किसानों को 4000 रुपए प्रति एकड़ राशि प्रोत्साहन के लिए देगी. आपको बता दें कि यह निर्णय है बाजरे का कम उत्पादन तथा जल संरक्षण करने के लिए लिया गया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी है.
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने ड्रोन निगम भी गठित कर दिया है. उन्होंने आगे कहा है कि जो किसान बाजरे की खेती करेंगे उनका बाजरा भाव अंतर भरपाई की योजना के तहत खरीदा जाएगा. इसका फायदा यह होगा कि बाहर के किसान यहां पर बाजरा नहीं बेच सकते हैं. ड्रोन निगम बाजरे की बुवाई के समय ड्रोन मैपिंग करेगा. इसका पूरा रिकॉर्ड “मेरी फसल – मेरा ब्योरा” पर दर्ज किया जाएगा.
आपको बता दें बाजरा खरीदने हरियाणा सरकार को 700-800 करोड़ के लगभग नुकसान हुआ है. इसलिए हुआ है क्योंकि खपत कम है तथा उत्पादन ज्यादा हो रहा है. हरियाणा ड्रोन निगम के अनुसार पहले दो चरणों में 200 ड्रोन खरीदने जाएंगे. इनसे एरिया की सर्वे करने में मदद मिलेगी. हरियाणा में विभिन्न विभागों के पास अभी 50 ड्रोन है. बताया जा रहा है 200 वर्ग मीटर में एक ड्रोन होगा ताकि 10 दिन के अंदर पूरे प्रदेश का सर्वे हो सके.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि पानी के स्रोतों की मात्रा कम होती जा रही है इसीलिए हमें जल संरक्षण की ओर बढ़ना चाहिए. हरियाणा सरकार ने जल संरक्षण के लिए ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना भी शुरू कीहै. इस योजना के तहत भी लोगों को धान की खेती की जगह दूसरी अन्य खेती करने पर भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. आपको बता दें कि पिछली बार 94 हजार एकड़ भूमि पर धान की फसल नहीं बोई गई थी. अबकी बार 2 लाख एकड़ भूमि का लक्ष्य रखा गया है.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ही सरकार के कार्यकाल के 600 दिन की उपलब्धियों को दर्शाती हुई पुस्तिका ‘अतुल हरियाणा’ का विमोचन किया है.