हरियाणा में गरमाया बिजली संकट, जानिए कब मिल सकती है राहत

बिजली संकट | हरियाणा भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट से जूझ रहा है टाटा और अड़ानी कंपनी से बिजली मिल नहीं रही। इस कारण भीषण गर्मी में बिजली की मांग बढ़ने पर पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही 1200 मेगा वाट का खेदड़, हिसार पावर प्लांट यह कागजों में चल रहा है मांग 9000 मेगावाट से अधिक है लेकिन बिजली विभाग 7600 मेगावाट लगभग बिजली आपूर्ति कर पा रहा है मांग आपूर्ति में 1400 मेगावाट से अधिक का अंतर आने की वजह से बिजली संकट लगातार गिरता जा रहा है|

भीषण गर्मी के कारण बीते साल के मुकाबले इस बार बिजली की मांग 40% बढ़ चुकी है गांव में 4 घंटे का घोषित कट है लेकिन लोगों को 5 से 8 घंटे तक बिना बिजली के गुजारने पढ़ रहे हैं हर क्षेत्र में लंबे कट लग रहे हैं शहरों में साडे 6 घंटों के बजाए घंटे 7 से 9 घंटे बिजली नहीं आ रही है औद्योगिक क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित है उद्योग जगत को अब तक हजारों करोड़ का नुकसान हो चुका है बिजली विभाग आपूर्ति के लिए आश्वासनों तक ही सीमित है सूत्रों के अनुसार अभी हालात और भी बिगड़ सकते हैंअगले पांच 10 दिन में बड़ा संकट भी आ सकता है अपने थर्मल प्लांट पूरी समता से न चलाकर अडानी पर ही होना बिजली विभाग को भारी पड़ा है

बिजली संकट के दो प्रमुख कारण

1.अडानी 1421 और टाटा 500 मेगावाट बिजली आपूर्ति नहीं कर रहे हैं सरकार चाहती है कि अडानी स्थानीय कोयले से बनी बिजली 70 प्रतिशत और विदेशी कोयले से बनी 30% बिजली हरियाणा को दें मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 15 मई तक 1000 मेगावाट बिजली मिलने का दावा शुक्रवार को दिल्ली में किया है बिजली कहां से मिलेगी अभी उन्होंने पत्ते नहीं खोले हैं
2. खेदड़ प्लांट में सिर्फ 1000 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन हुआ है रोटर खराब होने से एक यूनिट लंबे समय से बंद है और दूसरी में नाममात्र उत्पादन हो रहा है