जींद | हरियाणा में साइबर क्राइम हर दिन बढ़ता जा रहा है. पुलिस की एडवाइजरी और जागरूकता के प्रयासों के बावजूद भी लोग साइबर ठगी से बच नहीं पा रहे. साइबर ठग लोगों की सालों की मेहनत की कमाई को कुछ चंद सेकंड में उड़ा ले जाते हैं. कोई ऐसा दिन नहीं होता जब जींद जिले में लोग साइबर ठगी का शिकार नहीं हो रहे हो.
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर रखा है. ताकि साइबर ठगी पर तुरंत से तुरंत कोई एक्शन लिया जा सके. लेकिन इसके बावजूद भी यह घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आपको बता दें कि शुक्रवार को जींद जिले में अलग-अलग स्थानों पर से 4 उपभोक्ताओं के खातों से लगभग एक लाख 95 हजार रुपए उड़ाए गए. शहर थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ चोरी व धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है.
सिम बंद होने पर किया था कस्टमर केयर को कॉल, परंतु लगा भारी चुना:
आपको बता दें कि गांव कोर्ट निवासी कुरड़ निवासी सुभाष चंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में यह बताया है कि उसका बीएसएनल का नंबर अचानक बंद हो गया था. तो उसने फोन को चालू करने के लिए कस्टमर केयर पर कॉल की. परंतु कुछ समय के बाद उसके फोन पर कॉल आई. कॉल करने वाले व्यक्ति ने कार्ड को रिचार्ज कराने के लिए कहा- बातों बातों में व्यक्ति ने उसके दो बैंकों के डेबिट कार्ड नंबर तथा ओटीपी नंबर की जानकारी जुटा ली. इसके बाद उसने दोनों खातों से 42933 रुपए गायब कर दिए.
मदद के नाम पर बदल दिया डेबिट कार्ड लगाया 45,000 का चूना
आपको बता दें कि गांव अमरेडी निवासी जग महेंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में यह बताया है कि वह एसबीआई बैंक का उपभोक्ता है. उसमें 7 जुलाई को वह कुछ राशि निकलवाने गांव स्थित एटीएम केबिन में गया था. जब एटीएम मशीन से राशि नहीं निकली तो सहायता के लिए उसने एक युवक से डेबिट कार्ड दे दिया. इसके बाद उसके खाते से 45,000 रुपय की राशि गायब हो गई है. गांव अग्रहरी निवासी विजेंद्र भी डेबिट कार्ड बदलने के चलते ठगी का शिकार हो गया है और उसे 71,200 रुपय का चूना लग गया है.
इस बार न तो एटीएम कार्ड बदला, न ही ओटीपी आया फिर भी खाते से 31,000 गायब
आपको बता दें कि गांव खरकगागर निवासी रोहताश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उसका बेटा आर्मी में काम करता है और उसने अपना डेबिट कार्ड स्वजनों को दिया हुआ है. 4 जुलाई को उनके खाते से 35,500 रुपए की राशि कट गई है. राशि गायब होने का पता उस समय चला पता जब उसके बेटे के पास मैसेज आया. न तो उनका एटीएम कार्ड बदला गया और न ही उन्होंने खाते से संबंधित जानकारी किसी को प्रदान की. इसके बावजूद भी उनके खाते से पैसे उड़ गए.
तुरंत डायल करें 155260 और दें अपनी शिकायत
एसपी वसीम अकरम ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया गया है. यदि किसी भी व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होती है. उसके खाते या ई-वॉलेट से पैसा ट्रांसफर किया जाता है तो उसे सबसे पहले 155260 पर डायल करना होगा. इस नंबर पर पीड़ित को घटना की जानकारी देनी होगी. इसके बाद एक अलर्ट संबंधित बैंक के पास चला जाएगा. जिस बैंक के खाते या ई-वॉलेट से पैसा ट्रांसफर किया गया है और जिस बैंक के खाते से पैसा लिया गया है. दोनों बैंकों को यह अलर्ट मिल जाएगा, अलर्ट मिलते ही बैंक पैसे की निकासी पर रोक लगा देगा, वह रकम खाते में वापस आ जाएगी.