Corona New Variant : जिस वेरिएंट के कारण चीन को लगाना पड़ा लॉकडाउन, वो भारत भी आ गया; इस शहर में दहशत

Corona New Variant : मुंबई में बुधवार को कापा वैरिएंट का एक और एक्सई वैरिएंट का एक मरीज मिला है। मुंबई में कोरोना वायरस के कुल 230 सैंपल लिए गए, जिनमें से 228 ओमाइक्रोन मरीज मिले हैं.

Corona New Variant

Corona New Variant : कोरोना का नया वेरिएंट XE अब फिर से संकट की घंटी बजा रहा है. नया खतरा यह है कि आज मुंबई में कापा वैरिएंट का एक मरीज और एक्सई वैरिएंट का एक मरीज मिला है। मुंबई में कोरोना वायरस के कुल 230 सैंपल लिए गए, जिनमें से 228 ओमाइक्रोन मरीज मिले हैं. आपको बता दें कि यह एक्सई वेरिएंट है, जिसकी वजह से चीन में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है।

यह संस्करण कितना प्रभावी है?

डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने मंगलवार को कहा कि इस संस्करण का प्रभाव डेल्टा जैसा नहीं होगा क्योंकि देश में एक बड़ी आबादी को टीका लगाया गया है। आपको बता दें कि देश में सबसे ज्यादा तबाही कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से हुई है। इसी वैरिएंट की वजह से कोरोना की दूसरी लहर आई।

ओमाइक्रोन 10 गुना तेजी से फैलता है

WHO का कहना है कि XE वेरिएंट Omicron वेरिएंट के दो स्ट्रेन BA.1 और BA.2 से बना है। इस प्रकार के बारे में प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि यह ओमाइक्रोन की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक हो सकता है। XE वैरिएंट का पहला मामला इस साल 19 जनवरी को यूके में पाया गया था।

एक्सई के लक्षण ? ( Corona New Variant )

विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ मामलों में इसके हल्के लक्षण हो सकते हैं और कुछ मामलों में यह गंभीर भी हो सकता है। इस वायरस की गंभीरता काफी हद तक टीकाकरण पर निर्भर करती है। जिन लोगों को टीका लगाया गया है उनमें हल्के लक्षण हो सकते हैं। बिना टीकाकरण वालों में भी लक्षण गंभीर हो सकते हैं।

दुनिया भर में कोरोना मामलों में गिरावट

गौरतलब है कि WHO ने बुधवार को एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि लगातार दूसरे हफ्ते दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में गिरावट आई है. वहीं, इस संबंध में मौतों की संख्या में भी कमी आई है। डब्ल्यूएचओ की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि एक हफ्ते में संक्रमण के 90 लाख मामले सामने आए, जो पिछले हफ्ते की तुलना में 16 फीसदी कम है। संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि दुनिया के हर हिस्से में संक्रमण के मामलों में कमी आई है.