नई दिल्ली । दिल्ली एनसीआर के 2 बड़े शहरों को जोड़ने वाला मंझावली पुल अब जल्द ही लोगों को समर्पित किया जा सकता है. आपको बता दें कि इस फ्लाईओवर को ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद की जीवन रेखा माना जा रहा है। इसके निर्माण में 7 साल की देरी हुई है। अभी यह व्यक्त किया जा रहा है कि वर्ष 2022 में इस पुल पर कई शहरों के बीच यातायात शुरू हो जाएगा।
बता दें कि इस पुल के बनने के बाद हरियाणा के फरीदाबाद शहर और ग्रेटर नोएडा के गाजियाबाद समेत दिल्ली एनसीआर के कई शहरों के बीच की दूरी मिनटों में कम हो जाएगी. अब तक नोएडा, गाजियाबाद से मेरठ जाने के लिए लोगों को घंटों जाम में लगना पड़ता है। इस ब्रिज के बन जाने से न सिर्फ जाम से मुक्ति मिलेगी, बल्कि घंटों का सफर चंद मिनटों में तय हो जाएगा। मंझावली फ्लाईओवर बनने के बाद इसे देश के सबसे बड़े हाईवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जा सकता है।
मंझावली पुल अप्रैल 2022 तक पूरा होनी की संभावना
सरकार की ओर से एक योजना बनाई गई थी जिस पर काम चल रहा है। इसके बाद एनसीआर के कई शहरों का तेजी से विकास होगा। फिर भी यह बात सामने आ रही है कि फ्लाईओवर को चालू होने में 3 से 4 महीने का समय लगेगा। उम्मीद है कि नए साल के आगमन के बाद मार्च से अप्रैल 2022 तक यह फ्लाईओवर आम जनता के लिए खोला जा सकता है। इस परियोजना की आधारशिला 15 अगस्त 2014 को रखी गई थी।
7 साल से अधिक समय बीत जाने और पांच समय सीमा समाप्त होने के साथ, 31 मार्च, 2022 की अगली समय सीमा तक परियोजना के तैयार होने की संभावना कम है। इसकी नींव के बाद 3 साल से अधिक की प्रारंभिक देरी से प्रभावित यमुना पर पुल का निर्माण फरवरी 2018 से 31 दिसंबर, 2019 तक पूरा होने के आश्वासन के साथ शुरू किया गया था। बाद में समय सीमा को संशोधित कर मार्च 2020, जून कर दिया गया। वही पीडब्ल्यूडी सूत्रों का दावा है कि काम को सही गति नहीं मिली तो अगले साल मार्च की डेडलाइन भी छूट सकती है.