आर्मी से रिटायर हुए डॉ रविंद्र इंदिरा के साथ 2.42 लाख की ठगी हो गई है । उन्होंने आरोप लगाया है कि आईसीआईसीआई बैंक के मैनेजर ने ठगों के साथ मिलकर उनके साथ धोखाधड़ी की है । जब उन्होंने शिकायत की तो बैंक ने उनके खाते में 2.42 लाख रुपए वापस भेज दिए थे । परंतु वह उस पैसे को निकाल नहीं पा रहे थे । उनका बैंक मैनेजर से विवाद हुआ , तो जो पैसे अकाउंट में आए थे तो उसे वापस बैंक ने निकाल लिया ।
आपको बता दें, कि हुड्डा थाना पुलिस ने मैनेजर पर केस दर्ज किया है । वहीं दूसरी तरफ बैंक मैनेजर हिमांशु भटनागर का यह कहना है कि उन पर लगाए गए सभी आरोप पूर्णता गलत है । और बैंक ने जांच रिपोर्ट पुलिस को दे दी है । उसमें सामने आया है कि कस्टमर ने ओटीपी शेयर किया है । वह खुद ही या फिर बैंक का कोई भी कर्मचारी ठगी करने वालों से नहीं मिला हुआ है।
शेयर मार्केट में पैसा लगाने के लिए खुलवाया था अकाउंट पैसे ट्रांसफर करने में आई थी दिक्कत
इंदिरा हस्पताल के डॉक्टर रविंद्र इंदिरा ने पुलिस को यह शिकायत दी है कि वह आर्मी से रिटायर्ड हैं। उन्होंने अब ईएसआई के सामने हस्पताल खुला हुआ है । और उनका आईसीआईसीआई पटियाला में 16 साल से अकाउंट है । 16 दिसंबर, 2020 को उन्होंने एग्रो कंपनी के ऐप से डीमैट अकाउंट खोला था । उन्होंने अपने अकाउंट के एप से ₹9000 ट्रांसफर करने थे । जैसे ही उन्होंने पैसे ट्रांसफर किए तो उनके खाते से पैसे कट गए लेकिन ग्रो कंपनी के खाते में नहीं गए उन्होंने ग्रो कंपनी का गूगल से हेल्पलाइन नंबर तलाशा।
लेकिन जब उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया । तो कॉल रिसीव नहीं हुई। और कुछ देर बाद जब बैंक कॉल आई ,तो कॉल करने वाले ने खुद को ग्रो कंपनी का कर्मचारी बताया । उन्होंने कॉल करने वाले व्यक्ति को पूरी बात बताई उन्होंने कहा कि बैंक के एप से पेमेंट की है । इसलिए दिक्कत है इसे ठीक करने में कुछ समय लग सकता है । इसके बाद फिर कॉल कर उन्होंने कहा कि वह बैंक का ऐप ओपन करें । उसके कहने पर ऐप ओपन किया लेकिन उन्होंने कोई ओटीपी उन्हें नहीं बताया ।
उसके अकाउंट से ₹42000 एक बार और दूसरी बार ₹200000 की राशि निकली । तब उन्होंने उस कॉल करने वाले व्यक्ति से कहा कि उनके बैंक अकाउंट से 2.42 लाख रुपए निकाले गए हैं । तो उसने कहा कि उनके अकाउंट से निकाली गई पेमेंट जल्द वापस आ जाएगी । लेकिन पेमेंट वापस नहीं आई तो वह बैंक गए वहां उन्होंने उन्हें पूरी बात बताई तो उनसे शिकायत ली गई । वही उसका अकाउंट एटीएम और ऐप फ्रीज कर दिया और आश्वासन दिया । कि उनका जो पैसा निकाला गया है वह उन्हें वापस मिल जाएगा ।
कुछ समय बाद फिर उनके पास बैंक के अधिकारी का फोन आया तो उसने कहा कि उनकी समस्या का समाधान किया जा रहा है । वे अपना मोबाइल बैंक में जाकर चेक करवाएं । इसके बाद वह बैंक के डिप्टी मैनेजर से मिले । उन्होंने मोबाइल चेक कर बताया कि उनका कोई दोष नहीं है । आपकी पेमेंट मिल जाएगी तब उनके अकाउंट में 2.42 रुपए की पेमेंट आ गई । लेकिन वह उसे निकाल नहीं सकते थे । बैंक मैनेजर ने उनसे कहा था कि 6 सप्ताह में बैंक जांच पूरी कर लेगा । लेकिन 6 सप्ताह होने पर किसी का कोई कॉल बैंक से नहीं आया वह बैंक में कहीं चक्कर लगा चुका था ।
एक दिन उसने बैंक मैनेजर को कहा कि वह उसकी शिकायत करेगा । तो मैनेजर ने कहा कि जो चाहे कर लो अब अपने अकाउंट से पैसे नहीं निकलवा पाएगा। इसके बाद 11 फरवरी को उनके खाते में जो 2.42 रुपए आए थे । वह कट गए डॉक्टर ने शिकायत में बताया है कि उन्होंने अकाउंट की जांच की तो उनके अकाउंट से पैसा पश्चिम बंगाल निवासी अानुरूल मंडल के खाते में गया है । इस शिकायत पर हुड्डा थाना पुलिस ने आईसीआईसीआई बैंक मैनेजर पर केस दर्ज किया ।