कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए बूस्टर डोज की चर्चा लगातार हो रही है। देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को देसी बूस्टर डोज मिल सकती है. इसी को देखते हुए बायोटेक शनिवार को बड़ा ऐलान किया. भारत बायोटेक की कोवैक्सीन बूस्टर डोज
लगने के बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं मिला है।
15 फरवरी तक वायरस के बढ़ने के संकेत
जानकारी के अनुसार ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईआईटी मद्रास के सहायक प्रोफेसर डॉ. जयंत झा ने कहा कि कोरोना वायरस की मौजूदा लहर एक से 15 फरवरी के बीच चरम पर पहुंच सकती है. भारत बायोटेक ने कहा, ‘जिन वॉलंटियर्स को कोवैक्सीन बूस्टर डोज लगाई गई, उनमें से 90 प्रतिशत में वाइल्ड टाइप स्ट्रेन से बचाव के लिए एंटीबॉडी बन गई.
पहले की दोनों लहरों की तुलना में ज्यादा तेज लहर
उन्होंने चेताया कि यह लहर पहले की दोनों लहरों की तुलना में ज्यादा तेज होगी. इससे राहत पाने का एकमात्र तरीका ज्यादा से ज्यादा कोरोना टीकाकरण करवाना है. देश में जितना ज्यादा टीकाकरण होगा, उनकी इस महामारी से उतनी ही सुरक्षा बढ़ेगी.