हरियाणा। हरियाणा में 1 फरवरी से दशकों से सेवा दे रहे होमगार्ड के जवानों की सेवाओं को समाप्त करने के लिए FCI ने पत्र जारी किया गया था. जिसके बाद FCI में होमगार्ड के पद पर सेवा दे रहे जवानों की सेवा समाप्त करने का मामला पंजाब हरियाणा High Court में पहुंच गया. पंचकूला में अखिल भारतीय होमगार्ड कल्याण समिति ने फ़ूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) के उस पत्र को खारिज करने की मांग की है, जिसमें होमगार्ड की सेवाओं को समाप्त करने की बात कही गई थी.
1 फरवरी से जवानों की सेवाएं समाप्त करने का लेटर जारी
अखिल भारतीय होमगार्ड कल्याण समिति ने याचिका दाखिल करते हुए कहां कि पिछले कई सालों से FCI के गोदामों में होमगार्ड के जवान सेवाएं दे रहे है, परंतु FCI ने पत्र जारी कर 1 फरवरी से इनकी सेवाएं समाप्त करने की घोषणा की थी. जिसके बाद से होमगार्ड के जवानों में खलबली मच गई. इसके अलावा उन्होंने बताया कि उनकी सेवा समाप्त करके निजी सुरक्षा एजेंसी को सुरक्षा का जिम्मा FCI को सौंपना चाहती है, जोकि सरासर अन्यायपूर्ण है
याचिकाकर्ता ने बताया कि FCI निजी सुरक्षा एजेंसियों को जिम्मा सौंप उनको लाभ पहुंचाना चाहती है. परंतु निर्णय यह होमगार्ड के जवानों के लिए अन्याय पूर्ण है क्योंकि यदि यह पत्र लागू हो जाता है तो दशकों से Duty दे रहे होमगार्ड के हजारों जवानो का रोजगार छिन जाएगा, दोबारा से रोजगार ढूंढ़ना उनके लिए संभव नहीं है. इसलिए पंचकुला की अखिल भारतीय होमगार्ड कल्याण समिति में FCI के इस पत्र को खारिज करने की मांग उठाई है.
पिछले काफी समय से अखिल भारतीय होमगार्ड कल्याण समिति के द्वारा FCI द्वारा जारी पत्र को खारिज करने की मांग उठाई जा रही थी, परंतु High Court ने होमगार्डों को राहत नहीं देते हुए कहा कि होमगार्ड के जवानों को नौकरी पर रखना है या नहीं रखना ये FCI के विवेक पर निर्भर करता है. कोर्ट के इस फैसले से होमगार्ड के जवानों को राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है. अभी भी उनकी नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है.